आसपास होती है..
तो दिखती भी है..
सोच का हिस्सा भी बनती है..
मन को जो लगती है वो, एक बात बस ऐसे ही ...!
Monday, December 5, 2011
वो दिल का खेल खेला दिमाग से...
वो दिल का खेल खेला दिमाग से,
उसे शायद मालूम नहीं ,
दिल जीते जाते हैं दिल से, दिमाग से नहीं...
अब वो इस खेल में अकेला है
उसके पास जीतने को अब कुछ भी नहीं......
ढेर सारे प्रश्नों के सिवा .......
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